ESR (Erythrocyte Sedimentation Rate)
एक रक्त परीक्षण है, जिसका उपयोग शरीर में सूजन की मौजूदगी का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण रक्त में लाल रक्त कण (erythrocytes) की तलछट (sedimentation) की गति को मापता है।
ESR बढ़ने पर यह सूजन, संक्रमण, या किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। यह सामान्यतः गठिया, तपेदिक, किडनी की बीमारियों, और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी स्थितियों में देखा जाता है। हालांकि, इ स र टेस्ट एक सामान्य परीक्षण है और इससे किसी विशेष बीमारी का निदान नहीं होता, बल्कि सूजन या संक्रमण का संकेत मिलता है।
ESR परीक्षण का तरीका:
मरीज से रक्त का नमूना लिया जाता है।
रक्त की एक छोटी मात्रा एक विशेष ट्यूब में डाली जाती है।
इस ट्यूब को खड़ा किया जाता है और फिर यह देखा जाता है कि लाल रक्त कण कितनी तेजी से नीचे की ओर गिरते हैं।
यह गिरने की दर इ स र के रूप में मापी जाती है, और इसे मिलीमीटर प्रति घंटे (mm/hr) में व्यक्त किया जाता है।
1. ESR टेस्ट क्या होता है?
इ स र टेस्ट एक रक्त परीक्षण है, जो रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं (erythrocytes) के तलछट (sedimentation) की गति को मापता है। यह सूजन, संक्रमण, और कई अन्य बीमारियों का पता लगाने में मदद करता है।
2. ESR की सामान्य सीमा क्या है?
इ स र की सामान्य सीमा पुरुषों के लिए 0-15 मिमी/घंटा और महिलाओं के लिए 0-20 मिमी/घंटा होती है। यह उम्र और शारीरिक स्थिति के हिसाब से बदल सकती है।
3. ESR बढ़ने का क्या मतलब होता है?
यदि इ स र का स्तर बढ़ा हुआ पाया जाता है, तो इसका मतलब हो सकता है कि शरीर में सूजन, संक्रमण या अन्य किसी बीमारी जैसे गठिया, तपेदिक, या किडनी की बीमारी हो सकती है। हालांकि, यह किसी विशेष बीमारी का निदान नहीं होता।
4. ESR में कमी का क्या मतलब है?
इ स र का स्तर कम होना आमतौर पर सूजन या संक्रमण के न होने का संकेत है। लेकिन कुछ मामलों में, जब ESR बहुत कम होता है, तो यह विशेष परिस्थितियों को भी दर्शा सकता है, जैसे कि रियर रक्त विकार।
5. ESR टेस्ट कब करवाना चाहिए?
जब शरीर में सूजन, बुखार, थकान, या दर्द महसूस हो, तो डॉक्टर इ स र टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। यह संक्रमण, गठिया, किडनी समस्याओं या कैंसर जैसी स्थितियों का पता लगाने में मदद करता है।
6. ESR टेस्ट को प्रभावित करने वाले कारण क्या हैं?
उम्र: उम्र बढ़ने के साथ इ स र का स्तर स्वाभाविक रूप से बढ़ सकता है।
महिलाएं: महिलाओं में इ स र आमतौर पर पुरुषों के मुकाबले अधिक होता है।
गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं में इ स र का स्तर सामान्य से अधिक हो सकता है।
रक्त विकार: कुछ रक्त विकार जैसे एनीमिया या रक्तस्राव भी इ स र को प्रभावित कर सकते हैं।
दवाइयां: कुछ दवाइयां जैसे कि एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयां भी इ स र के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं।
7. ESR का टेस्ट कैसे किया जाता है?
इ स र टेस्ट में एक व्यक्ति का रक्त लिया जाता है और इसे एक विशेष लंबी ट्यूब में डाला जाता है। फिर इस ट्यूब को खड़ा किया जाता है और यह देखा जाता है कि रक्त की लाल कोशिकाएं कितनी तेजी से नीचे गिरती हैं। गिरने की गति को मापकर ESR की मान ज्ञात की जाती है।
8. ESR और CRP में अंतर क्या है?
इ स र (Erythrocyte Sedimentation Rate): यह सूजन या संक्रमण का एक सामान्य संकेतक है।
CRP (C-Reactive Protein): यह एक प्रोटीन है जो शरीर में सूजन के दौरान बढ़ता है। CRP का स्तर अधिक संवेदनशील होता है और यह तेज़ी से बढ़ सकता है जब शरीर में सूजन होती है।
9. क्या ESR टेस्ट से बीमारी का पता चल सकता है?
इ स र केवल सूजन या संक्रमण का संकेत देता है, यह किसी विशेष बीमारी का निदान नहीं करता। इसके परिणामों के आधार पर डॉक्टर अन्य टेस्ट और जांच कर सकते हैं।