सच्ची कहानियाँ

जब मैंने उसे पहली बार खोया

जब मैंने उसे पहली बार खोया

जब मैंने पहली बार उसे खोया था, तब मुझे लगा कि मेरी ज़िंदगी का सबसे कीमती हिस्सा मुझसे छिन गया है। वह दिन अब भी मेरी यादों में किसी साये की तरह तैरता रहता है। मैं और आरव कॉलेज के दिनों से दोस्त थे। दोस्ती धीरे-धीरे एक खूबसूरत रिश्ते में बदल गई। लेकिन किसे पता था कि एक दिन उसे खोना मेरी तक़दीर में लिखा है।

आरव का मुस्कुराता चेहरा, उसकी खिलखिलाती हंसी, और उसकी आँखों में बसे सपने मुझे जादू सा महसूस होते थे। मैं उसकी हर बात में खो जाती थी। उसका साथ ऐसा था मानो ज़िंदगी के सारे ग़म किसी कोने में सिमट गए हों।

हमारी पहली मुलाकात लाइब्रेरी में हुई थी। वह अपनी किताबें मेज़ पर फैला कर बैठा था। मैं उस समय “खोई हुई किताबों” पर रिसर्च कर रही थी। वह मुझे देखकर मुस्कुराया और बोला, “लगता है आप कुछ खास ढूंढ रही हैं।” उसकी इस एक लाइन ने मुझे उस दिन के बाद हर दिन उसके और करीब ला दिया।

#खोया

हम दोनों के बीच बातों का सिलसिला शुरू हुआ। उसकी सोच, उसकी बातें और उसका साथ ऐसा था जैसे मुझे अपने जीवन का अर्थ मिल गया हो। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंज़ूर था।

सब कुछ सही चल रहा था। हमारा हर दिन एक नई उम्मीद, एक नई खुशी लेकर आता था। लेकिन फिर वह दिन आया जब मैंने उसे खो दिया।

उस सुबह उसने मुझे एक पार्क में मिलने के लिए बुलाया था। मैं वहां पहुंची तो देखा कि वह पहले से ही किसी सोच में डूबा बैठा था। मैंने पूछा, “सब ठीक है न?” उसने कहा, “पलक, मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं।” उसकी आवाज़ में एक अजीब सी बेचैनी थी।

“मुझे कुछ महीनों के लिए शहर से बाहर जाना होगा। यह मेरे करियर के लिए बहुत ज़रूरी है। मैं जानता हूं कि यह हमारे लिए मुश्किल होगा, लेकिन मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता।”

उसकी बात सुनकर मेरे दिल में एक अजीब सी घबराहट हो गई। मैंने कहा, “आरव, मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगी। बस तुम लौट आना।”

लेकिन वह जाने के बाद कभी लौटकर नहीं आया। मैंने हर दिन उसकी राह देखी, हर पल उसकी यादों में खोई रही। जब भी कोई दरवाज़ा खटखटाता, मुझे लगता वह आरव होगा। लेकिन हर बार मेरी उम्मीदें टूट जातीं।

कुछ महीनों बाद मुझे पता चला कि आरव का एक्सीडेंट हो गया था और वह कोमा में चला गया था। यह खबर सुनकर मेरी दुनिया बिखर गई। मैंने अस्पताल जाकर उसे देखा। वह वहां बेहोश पड़ा था, लेकिन उसका चेहरा अब भी वैसा ही शांत था जैसा मैंने आखिरी बार देखा था।

मैंने हर दिन उसके पास वक्त बिताया। उसकी पसंदीदा किताबें पढ़ी, उसके गाए हुए गाने गुनगुनाए। लेकिन वह नहीं जागा।

एक दिन डॉक्टर ने मुझे बताया कि उसकी हालत स्थिर नहीं है। मुझे समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं। मैंने अपने अंदर एक उम्मीद जिंदा रखी, लेकिन वह उम्मीद भी धीरे-धीरे खत्म होने लगी।

उस दिन मैंने उसे खो दिया। वह हमेशा के लिए चला गया। मैंने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन उसकी यादें मुझे हर पल सताती रहीं।

कुछ समय बाद मैंने खुद को समझाया कि शायद कुछ चीज़ें हमें हमेशा के लिए नहीं मिलतीं। मैंने अपनी ज़िंदगी को फिर से संभालने की कोशिश की। लेकिन जब भी मैं अकेली होती, उसकी मुस्कान, उसकी बातें और उसके संग बिताए पल मेरी आंखों के सामने आ जाते।

कई बार मैं उसके पसंदीदा कॉफी शॉप में चली जाती, जहां हम अक्सर मिला करते थे। वहां बैठकर ऐसा लगता जैसे वह अब भी मेरे सामने बैठा है। उसकी हंसी मेरे कानों में गूंजती रहती।

एक बार मैं उसकी डायरी लेकर बैठी। उसने उसमें कई सपने लिख रखे थे। हर पन्ने पर उसकी उंगलियों की छाप सी महसूस हुई। उसने लिखा था, “ज़िंदगी में अगर खोने का डर न हो, तो हर सपना पूरा किया जा सकता है।”

उसकी इस बात ने मुझे नई ताकत दी। मैंने उसकी अधूरी ख्वाहिशों को पूरा करने की ठानी। मैंने उसके सपनों को अपना बनाया और उन्हें पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश की।

आरव के बिना ज़िंदगी जीना आसान नहीं था, लेकिन मैंने उसे अपने दिल में जिंदा रखा। उसकी यादों के सहारे मैंने हर मुश्किल को पार किया।

आज जब मैं अपने जीवन में पीछे मुड़कर देखती हूं, तो पाती हूं कि आरव ने मुझे सिखाया कि खोने के बाद भी जीने का हौसला रखना चाहिए। वह मेरी ज़िंदगी की सबसे खूबसूरत याद बनकर हमेशा मेरे साथ रहेगा।

मैंने एक संस्था बनाई, जो उन लोगों की मदद करती है जो अपने प्रियजनों को खो चुके हैं। मुझे लगता है कि शायद यही आरव की सबसे बड़ी ख्वाहिश थी।

#खोया#

“जब मैंने उसे पहली बार खोया था, तब यह नहीं जानती थी कि वह मुझे हमेशा के लिए छोड़ जाएगा। लेकिन आज मैं यह जानती हूं कि वह मुझे कभी खोने नहीं देगा, क्योंकि वह मेरी हर सांस में है।”

#खोया#

sunsire

Share
Published by
sunsire

Recent Posts

Happy Birthday Poonam Zinta

Happy Birthday Poonam Zinta प्यारी पूनम, जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएँ! 🎉🎂✨आज का दिन तुम्हारे…

1 day ago

संघर्ष शिक्षा सपनों का सफर

संघर्ष शिक्षा सपनों का सफर रवि एक छोटे से गाँव में रहने वाला एक साधारण…

3 days ago

चाँदनी रात में घूमती यादें

चाँदनी रात में घूमती यादें सर्दी की वह चाँदनी रात, जब हर चीज़ दूधिया रोशनी…

3 days ago

जादुई चाय का कप

जादुई चाय का कप यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जहाँ जीवन की…

5 days ago

आवाज़ और एक नई पहचान

आवाज़ और एक नई पहचान ज़िन्दगी हमेशा शोर में नहीं जागती, कई बार यह चुपके…

1 week ago

राज़ और सफर की गूंज

राज़ और सफर की गूंज जहाँ तक सफर, वहाँ तक राज़रात का सन्नाटा था। चाँदनी…

1 week ago

This website uses cookies.