अंधेरे में छुपा साया
रात का समय था, और अंधेरा हर ओर अपना कब्जा जमा चुका था। बारिश की हल्की बूंदें जमीन पर गिरकर एक अद्भुत, रहस्यमयी सन्नाटा बना रही थीं। वहीं, गांव का पुराना हवेली जैसा घर, जो कई सालों से वीरान पड़ा था, अजीब-सी ठंडक और खामोशी से घिरा हुआ था। लोग कहते थे कि उस घर में “अंधेरे में छुपा साया” घूमता है, एक ऐसा साया जो कभी दिखाई नहीं देता लेकिन उसकी मौजूदगी हमेशा महसूस होती है।
गांव के बुजुर्गों ने इस साए के बारे में कई कहानियाँ सुनाई थीं। कहते हैं, सालों पहले उस घर में एक जवान महिला रहती थी, जिसने अंधेरे में किसी को देखा था, जो “अंधेरे में छुपा साया” बन गया। उसका प्रेमी अचानक गायब हो गया, और उसे ढूंढ़ते-ढूंढ़ते वह भी उस अंधेरे में समा गई।
समय बीतता गया, और उस घर में लोगों ने रात के समय अजीब-अजीब चीजें देखनी शुरू कीं। गांव के एक बच्चे ने बताया था कि उसने “अंधेरे में छुपा साया” को देखा, जो उसकी तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन फिर अचानक गायब हो गया। हर बार कुछ नया दिखता, कुछ ऐसा जिससे लोगों का डर बढ़ता जाता।
सालों बाद, एक खोजी लेखक, आरव, जो अलौकिक घटनाओं पर किताब लिख रहा था, उस गांव में आया। उसने गाँव के लोगों से उस घर के बारे में सुना और सोचा कि क्यों न खुद जाकर देखें कि “अंधेरे में छुपा साया” की हकीकत क्या है। आरव ने तय किया कि वह उस रात घर में अकेला रहेगा, भले ही लोग उसे कितना भी मना करें।
रात को जब आरव उस घर में दाखिल हुआ, तो हर चीज में एक अजीब-सी ठंडक महसूस हो रही थी। हवा में सन्नाटा था, और हर कोने में ऐसा लग रहा था जैसे कोई छुपा हुआ देख रहा हो। वह कमरे में आगे बढ़ा, और तभी उसे लगा कि “अंधेरे में छुपा साया” उसकी निगरानी कर रहा है।
आरव ने अपनी टॉर्च जलायी और चारों ओर देखा, लेकिन उसे कुछ दिखाई नहीं दिया। जैसे ही उसने टॉर्च बंद की, उसे लगा जैसे साया उसके और करीब आ गया है। आरव ने ध्यान से देखा, लेकिन अंधेरे में छुपा साया फिर से गायब हो गया।
उसने अपनी डायरी में लिखा: “इस जगह पर कुछ अजीब है। अंधेरे में छुपा साया जैसे मुझे खींच रहा है।”
आरव ने खुद को समझाया कि यह सिर्फ उसका भ्रम हो सकता है, लेकिन कुछ मिनटों के बाद उसे फिर वही एहसास हुआ। इस बार उसे अपने पीछे एक परछाई महसूस हुई, और जब उसने पलट कर देखा, तो कोई नहीं था। “अंधेरे में छुपा साया” उसे अपनी ओर खींच रहा था, जैसे उसका गहरा रहस्य खोलने की चाह रखता हो।
रात बढ़ती गई, और आरव को अहसास होने लगा कि शायद वह यहां अकेला नहीं है। उसने किताबें, दस्तावेज़, और पुरानी चीजें देखनी शुरू कीं, जो इस घर में रह चुके लोगों की थीं। उसे एक पुरानी डायरी मिली, जिसमें लिखा था कि “अंधेरे में छुपा साया” किसी आत्मा का अंश है, जो यहाँ रह गई है।
अचानक, एक झटके के साथ वह महसूस करने लगा कि उसके चारों ओर अजीब-सी हलचल हो रही है। उसे लगा जैसे “अंधेरे में छुपा साया” उसे छूने की कोशिश कर रहा है। आरव ने अपने डर को दबाने की कोशिश की और सामने देखा कि एक परछाई धीरे-धीरे आकार ले रही थी।
आरव कांप उठा और उसने सोचा कि क्या यह सच में “अंधेरे में छुपा साया” है या सिर्फ उसकी कल्पना? लेकिन जितना उसने उस पर ध्यान दिया, उसे महसूस हुआ कि यह साया असल में किसी आत्मा का था, जो किसी अनजाने रहस्य को छिपा रही थी।
जैसे ही सुबह की पहली किरणें घर के अंदर आने लगीं, साया धीरे-धीरे गायब हो गया। आरव के दिल में कई सवाल थे, लेकिन जवाब कोई नहीं। वह जान गया था कि वह सच में “अंधेरे में छुपा साया” के करीब आ चुका था, लेकिन अभी भी वह रहस्य उसके सामने पूरी तरह खुला नहीं था।
आरव ने गाँव के लोगों को उस रात के अनुभवों के बारे में बताया, और लोगों ने कहा कि वे जानते थे कि उस घर में एक “अंधेरे में छुपा साया” है, लेकिन उन्होंने कभी इसकी इतनी निकटता महसूस नहीं की थी।
वह घर अब भी वहाँ खड़ा है, और कहते हैं कि आरव के बाद और भी कई लोग वहाँ गए, लेकिन हर बार “अंधेरे में छुपा साया” उनके साथ भी वही खेल खेलता रहा। कोई आज तक उस रहस्य को पूरी तरह से नहीं जान पाया, लेकिन लोगों की मान्यता है कि जब तक वह साया उस घर में रहेगा, उस घर की डरावनी कहानियाँ लोगों को डराती रहेंगी।